अकबर-बीरबल की कहानी: बादशाह का सपना | Badshah Ka Sapna

February 5, 2021 द्वारा लिखित

चतुराई और बुद्धि के सही इस्तेमाल के लिए बीरबल के किस्से खूब मशहूर हैं। बादशाह अकबर के ऊपर आई मुसीबतों को बीरबल हमेशा चुटकियों में सुलझा देते थे। सिर्फ असल जिंदगी की परेशानी ही नहीं, बल्कि बादशाह के सपनों की गुत्थियों का जवाब भी बीरबल के पास होता था। ऐसा ही एक किस्सा है, बादशाह के अजीब सपने का। आइए, आपको सुनाते हैं पूरी कहानी।

एक बार की बात है, जब बादशाह अकबर गहरी नींद से अचानक उठ गए और फिर रात भर सो नहीं सके। वो बहुत परेशान थे, क्योंकि उन्होंने अजीब-सा सपना देखा था, जिसका मतलब वो समझ नहीं पा रहे थे। उन्होंने देखा कि उनके एक के बाद एक सारे दांत गिरते चले गए और आखिर में सिर्फ एक ही दांत बचा। इस सपने से वह इतने चिंतित हुए कि उन्होंने इसके बारे में सभा में चर्चा करने के बारे में सोचा।

अगले दिन सभा में पहुंचते ही अकबर ने अपने विश्वसनीय मंत्रियों को सपना सुनाया और सभी से राय मांगी। सभी ने उन्हें सुझाव दिया कि इस बारे में किसी ज्योतिष से बात करके सपने का मतलब समझना चाहिए। बादशाह को भी यह बात सही लगी।

अगले दिन उन्होंने दरबार में विद्वान ज्योतिषों को बुलवाया और अपना सपना सुनाया। इसके बाद सभी ज्योतिषों ने आपस में विचार-विमर्श किया। फिर उन्होंने बादशाह से कहा, “जहांपनाह, इस सपने का एक ही मतलब निकलता है कि आपके सभी रिश्तेदार आपसे पहले ही मर जाएंगे।”

ज्योतिषों की यह बात सुनकर अकबर को बहुत गुस्सा आया और उन्होंने सभी ज्योतिषों को दरबार से जाने का आदेश दिया। उन सभी के जाने के बाद बादशाह अकबर ने बीरबल को बुलाया और कहा, “बीरबल, तुम्हारे अनुसार हमारे सपने का मतलब क्या होगा?”

बीरबल ने कहा, “हुजूर, मेरे हिसाब से आपके सपने का मतलब यह था कि आपके सभी रिश्तेदारों में से आपकी उम्र सबसे ज्यादा होगी और आप उन सभी से ज्यादा समय तक जीते रहेंगे।” इस बात को सुनकर बादशाह अकबर बहुत खुश हो गए।

वहां मौजूद सभी मंत्रियों ने सोचा कि बीरबल ने भी ज्योतिषों की ही बात को दोहराया है। इतने में बीरबल ने उन मंत्रियों से कहा कि देखो, बात वही थी, बस कहने का तरीका अलग था। बात को हमेशा सही तरीके से सामने रखा जाना चाहिए। मंत्रियों को इतना कहकर बीरबल सभा से चले गए।

कहानी से सीख :

किसी भी बात को बोलने का एक सही तरीका होता है। विचलित करने वाली बात को भी सही तरीके से कहा जाए, तो उसका बुरा नहीं लगता। इसी वजह से बात को हमेशा सही तरीका और सलीके से रखा जाना चाहिए।

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