
हम रोजाना के आहार में कई सब्जियों को शामिल करते हैं। खासतौर से सेहतमंद रहने के लिए हरी सब्जियों का सेवन करने की विशेष रूप से सलाह दी जाती है। इनमें कुछ का स्वाद हमें लुभाता है, तो कुछ को देखकर ही पेट भर जाता है। इन्हीं में से एक है भिंडी। क्या आप जानते हैं कि इसका सेवन आपको कई गंभीर समस्याओं से बचा सकता है। खासकर, गर्भवती महिलाओं के लिए यह किसी औषधि से कम नहीं है। इससे न सिर्फ गर्भवती महिला को जरूरी पोषक तत्व मिलते हैं, बल्कि इसे गर्भ में पल रहे शिशु के विकास के लिए भी उत्तम माना गया है। मॉमजंक्शन के इस लेख में हम आपको भिंडी के ऐसे ही कई लाभ, उपयोग और पोषक तत्वों से संबंधित जानकारी देंगे। साथ ही इसके इस्तेमाल के कई तरीकों के बारे में भी बताएंगे।
हम भिंडी के फायदों और पोषक तत्वों के बारे में तो बताएंगे ही, लेकिन उससे पहले यह जान लेना जरूरी है कि क्या गर्भावस्था में भिंडी खाना सुरक्षित।
क्या गर्भावस्था के दौरान भिंडी खाना सुरक्षित है? | Pregnancy Me Bhindi Khana Chahiye Ya Nahi
विशेषज्ञों के मुताबिक, गर्भावस्था में भिंडी का सेवन लाभकारी हो सकता है। कारण यह है कि गर्भावस्था में मुख्य रूप से महिला को ऐसे खाद्य पदार्थों का सेवन करने की सलाह दी जाती हैं, जिनमें फोलिक एसिड, आयरन, जिंक, कैल्शियम, विटामिन सी, और विटामिन डी के साथ ऊर्जा और प्रोटीन प्रचुर मात्रा में उपलब्ध हो (1)। वहीं, भिंडी ऐसा पदार्थ है, जिसमें ये सभी तत्व अच्छी मात्रा में पाए जाते हैं (2)। ध्यान रहे कि फोलिक एसिड की कमी होने पर गर्भ में पल रहे शिशु में कई जन्म दोषों का जोखिम पैदा हो सकता है, जो एक गंभीर समस्या है (3)। इसलिए, गर्भावस्था के दौरान भिंडी खाने की सलाह दी जाती है।
लेख के आगे के भाग में हम भिंडी के पोषक तत्वों के बारे में जानकारी हासिल करेंगे।
भिंडी के पोषण तत्व
भिंडी में मौजूद सभी पोषक तत्वों और उनकी मात्रा के बारे में हम यहां टेबल के जरिए बता रहे हैं (2)।
पोषक तत्व | मात्रा प्रति 100 ग्राम |
---|---|
पानी | 89.58g |
एनर्जी | 33Kcal |
प्रोटीन | 1.93g |
टोटल लिपिड (फैट) | 0.19g |
कार्बोहाइड्रेट | 7.45g |
फाइबर (टोटल डाइटरी) | 3.2g |
शुगर | 1.48g |
मिनरल्स | |
कैल्शियम | 82mg |
आयरन | 0.62mg |
मैग्नीशियम | 57mg |
फास्फोरस | 61mg |
पोटैशियम | 299mg |
सोडियम | 7mg |
जिंक | 0.58mg |
विटामिन | |
विटामिन सी | 23.0mg |
थियामिन | 0.200mg |
राइबोफ्लेविन | 0.060mg |
नियासिन | 1.000mg |
विटामिन बी-6 | 0.215mg |
फोलेट (डीएफई) | 60µg |
विटामिन ए (आरएई) | 36µg |
विटामिन ए (आईयू) | 716IU |
विटामिन ई | 0.27mg |
विटामिन के | 31.3µg |
लिपिड | |
फैटी एसिड (सैचुरेटेड) | 0.026g |
फैटी एसिड (मोनोअनसैचुरेटेड) | 0.017g |
फैटी एसिड (पॉलीसैचुरेटेड) | 0.027g |
भिंडी के पोषक तत्वों की जानकारी हासिल करने के बाद अब हम गर्भावस्था में भिंडी के फायदों के बारे में बात करते हैं।
गर्भावस्था के दौरान भिंडी के क्या फायदे हैं? | Pregnancy Me Bhindi Khane Ke Fayde
जैसा कि लेख में ऊपर बताया गया है कि भिंडी में कई ऐसे पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो गर्भवती महिला और भ्रूण के विकास में सहायक माने जाते हैं। यहां हम इससे संबंधित फायदों के बारे में विस्तार से बता रहे हैं।
- विटामिन सी से भरपूर- विटामिन सी आयरन के अवशोषण में मदद करता है, जो भ्रूण के विकास के लिए आवश्यक होता है। साथ ही यह भ्रूण में त्वचा, हड्डी और कोशिकाओं के विकास में भी मददगार साबित होता है। इस कारण गर्भवती महिलाओं को भिंडी का सेवन करने की सलाह दी जाती है (2)।
- फोलेट की प्रचुर मात्रा- भिंडी में फोलेट अच्छी मात्रा में पाया जाता है (2)। विशेषज्ञों के मुताबिक, फोलेट गर्भवती महिलाओं के लिए जरूरी माना जाता है। यह उपाचय प्रक्रिया को सुधरता है। डीएनए और लाल रक्त कोशिकाओं को जोड़ने का काम करता है। साथ ही गर्भ में पल रहे शिशु में जन्म दोष के जोखिमों को कम करने का काम करता है। वहीं, यह हृदय और मानसिक विकारों को भी दूर करने में सहायक माना जाता है (1)।
- एंटीऑक्सीडेंट का अच्छा स्रोत- भिंडी में मुख्य रूप से कैरोटीनॉइड, फेनोलिक यौगिक, विटामिन सी और ई जैसे कई एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते हैं। ये गर्भवती महिला के साथ-साथ उसके भ्रूण की प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाते हैं। इससे कई गंभीर रोगों और आनुवंशिक समस्याओं के होने का जोखिम काफी हद तक कम हो जाता है (4)।
- फाइबर की अच्छी मात्रा- भिंडी में फाइबर अच्छी मात्रा में उपलब्ध होता है (2)। खास बात यह है कि डाइटरी फाइबर होने के कारण इसमें घुलनशील और अघुलनशील दोनों तरह के फाइबर उपलब्ध होते हैं। यह पाचन प्रक्रिया को मजबूत करता है, कब्ज को दूर रखता है, कोलेस्ट्रोल के स्तर को नियंत्रित करता है और ब्लड शुगर को कम करने में सहायक माना जाता है (5)।
गर्भावस्था के दौरान भिंडी के फायदों को जानने के बाद हम इससे संबंधित कुछ नुकसान के बारे में बात करेंगे।
क्या गर्भावस्था के दौरान भिंडी खाने के कोई दुष्प्रभाव हैं?
फिलहाल, भिंडी खाने के कोई खास दुष्परिणाम नहीं हैं, लेकिन कुछ खास स्थितियों में यह कई तरह की समस्याओं का कारण बन सकती है।
- भिंडी को डाइटरी फाइबर का अच्छा स्रोत माना गया है। इसका अधिक मात्रा में सेवन करने से दस्त, ऐंठन, मतली, उल्टी और पेट फूलने जैसी समस्या हो सकती हैं (2) (6)।
- इसमें प्रोटीन की अच्छी मात्रा पाई जाती है, जो भ्रूण के विकास के लिए है, लेकिन प्रोटीन की अधिक मात्रा भ्रूण के विकास को प्रभावित कर सकती है (1)।
- भिंडी को इस्तेमाल करने से पूर्व उसे अच्छे से धो लेना चाहिए, नहीं तो उस पर मौजूद कीटनाशक आपको नुकसान पहुंचा सकते हैं।
- भिंडी में विटामिन-के पाया जाता है (2)। इसलिए, अगर आप इस विटामिन-के वाले सप्लीमेंट ले रही हैं, तो भिंडी का सेवन करने से पहले चिकित्सक से जरूर पूछ लें (7), क्योंकि इस स्थिति में आपका खून जरूरत से ज्यादा गाढ़ा हो सकता है।
लेख के इस हिस्से में हम भिंडी को आहार में शामिल करने के कुछ तरीके बताएंगे।
गर्भावस्था के दौरान आहार में ओकरा को शामिल करने के तरीके | Pregnancy Me Bhindi Ki Sabji
गर्भावस्था के दौरान भिंडी को आहार में निम्न बिन्दुओं के माध्यम से इस्तेमाल में लाया जा सकता है।
- आप इसके छोटे पीस काट कर इसे कम तेल में भून कर सूखी सब्जी के रूप में इस्तेमाल कर सकते हैं।
- हल्के मसाले के साथ रसदार सब्जी के रूप में भी इसे प्रयोग में लाया जा सकता है।
- ग्रिल्ड भिंडी को भी आप अपने आहार में जगह दे सकते हैं।
- वहीं, आप इसे बेसन की कोटिंग के साथ भी पका सकते हैं।
नोट- भिंडी पकाने के दौरान हल्की आंच का इस्तेमाल फायदेमंद रहेगा। इससे इसमें मौजूद सभी पोषक तत्व नष्ट नहीं होंगे।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
क्या भिंडी के सेवन से प्रसव के दौरान मदद मिलेगी?
ऐसा माना जाता है कि भिंडी का सेवन प्रसव के दौरान होने वाली समस्या और पीड़ा दोनों को कम करने में सहायक हो सकता है। फिलहाल, इस संबंध में कोई स्पष्ट प्रमाण उपलब्ध नहीं है।
क्या ओकरा गर्भपात का कारण बन सकता है?
नहीं, भिंडी गर्भपात का कारण नहीं बन सकती, बल्कि इसे गर्भावस्था के दौरान लिए जाने वाले उत्तम आहार में गिना जाता है।
क्या अचार युक्त भिंडी गर्भावस्था के दौरान खाने के लिए सुरक्षित है?
जी हां, अचार युक्त भिंडी गर्भावस्था के दौरान खाई जा सकती है, लेकिन ध्यान देने वाली बात यह है कि इसे संतुलित मात्रा में लिया जाए। साथ ही यह अधिक मिर्च-मसाले वाली न हो।
गर्भावस्था के दौरान भिंडी को अगर आप अब तक नजरअंदाज करती रही हैं, तो इसके फायदों को जानने के बाद ऐसा हरगिज नहीं होगा। यह न सिर्फ आपके लिए, बल्कि होने वाले शिशु के लिए भी फायदेमंद है। फिर देर किस बात की, अगर आप भी गर्भावस्था के दौर से गुजर रही हैं, तो इस लेख की सहायता से भिंडी के बारे में अच्छे से जान लें, फिर इसे अपने आहार में शामिल करें। साथ ही इस आर्टिकल को अपने परिचितों के साथ भी जरूर शेयर करें।