
गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को विभिन्न सावधानियों की जरूरत होती है। फिर चाहे वह उनकी दिनचर्या से संबंधित हो या उसके खानपान से। मां की सूझबूझ से ही जच्चा और बच्चा दोनों को सुरक्षित रखा जा सकता है। मॉमजंक्शन के इस लेख में हम ऐसे खाद्य पदार्थ के बारे में बात कर रहे हैं, जिसे अगर सीमित मात्रा में खाया जाए, तो वह गर्भवती महिला के लिए लाभदायक साबित हो सकता है। यहां हम बात कर रहे हैं मखाने की। इस खास लेख में हम गर्भावस्था में मखाना के फायदे और नुकसान के बारे में विस्तार से बताएंगे। मखाने को कमल बीज (Lotus Seed) या गोर्गन नट्स (Gorgan Nuts) के नाम से भी जाना जाता है।
आइए, सबसे पहले जानते हैं कि गर्भावस्था में मखाने का सेवन करना ठीक है या नहीं।
क्या गर्भावस्था के दौरान मखाना खाना सुरक्षित है?
हां, गर्भावस्था में मखाना खाना सुरक्षित है (1), क्योंकि मखाने में ऐसे कई लाभकारी पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो गर्भावस्था की कई समस्याओं का समाधान कर सकते हैं (2)। एक वैज्ञानिक अध्ययन में माना गया है कि कैल्शियम, प्रोटीन, फैट और आयरन जैसे पोषक तत्व मां के स्वास्थ्य और शिशु के विकास में सहायक हो सकते हैं (3)।
आइए, लेख के अगले भाग में अब मखाने के पोषक तत्वों के बारे में जानते हैं।
मखाने के पोषक तत्व
मखाने में मौजूद पोषक तत्व और उनकी मात्रा के बारे में हमने इस टेबल में विस्तार से बताया है (2):
पोषक तत्व | मात्रा प्रति 100 ग्राम |
---|---|
पानी | 14.16g |
ऊर्जा | 332kcal |
प्रोटीन | 15.41g |
कुल लिपिड (वसा) | 1.97g |
कार्बोहाइड्रेट | 64.47g |
मिनरल | |
कैल्शियम | 163mg |
आयरन | 3.53mg |
मैग्नीशियम | 210mg |
फास्फोरस | 626mg |
पोटैशियम | 1368mg |
सोडियम | 5mg |
जिंक | 1.05mg |
विटामिन | |
विटामिन सी, कुल एस्कॉर्बिक एसिड | 0.0mg |
थायमिन | 0.640mg |
राइबोफ्लेविन | 0.150mg |
नियासिन | 1.600mg |
विटामिन बी-6 | 0.629mg |
फोलेट, डीएफई | 104μg |
विटामिन बी-12 | 0.00μg |
विटामिन ए, आरएइ | 3μg |
विटामिन ए, आईयू | 50IU |
विटामिन ई (अल्फा-टोकोफेरॉल) | 9.10mg |
विटामिन डी (डी2+डी3) | 0.0μg |
विटामिन डी | 0IU |
लिपिड | |
फैटी एसिड, टोटल सैचुरेटेड | 0.330g |
फैटी एसिड, टोटल मोनोअनसैचुरेटेड | 0.388g |
फैटी एसिड, टोटल पॉलीअनसैचुरेटेड | 1.166g |
कोलेस्ट्रॉल | 0g |
अन्य | |
कैफीन | 0mg |
मखाने के पोषक तत्वों के बारे में जानने के बाद, आइए लेख के अगले भाग में जानते हैं कि गर्भावस्था के दौरान मखाने के क्या लाभ हो सकते हैं।
गर्भावस्था के दौरान मखाने खाने के लाभ | Makhana Khane Ke Fayde In Pregnancy
यहां हम विस्तार से बता रहे हैं कि गर्भावस्था में मखाने खाने से क्या-क्या लाभ हो सकते हैं।
- अनिद्रा में सहायक : गर्भावस्था में मखाने का सेवन करने से अनिद्रा की समस्या से भी आराम मिल सकता है। मखाने में किडनी और हृदय स्वास्थ्य के लिए तो लाभकारी गुण पाए ही जाते हैं, साथ ही मखाने का सेवन बेचैनी, घबराहट और अनिद्रा की समस्या भी दूर करता है (1)।
- न्यूरल ट्यूब दोष से सुरक्षा : न्यूरल ट्यूब दोष में शिशु के मस्तिष्क व रीढ़ की हड्डी में समस्या हो सकती है (4)। मखाने में फोलेट (फोलिक एसिड का एक रूप) की मात्रा पाई जाती है और इसके सेवन से गर्भावस्था में मां के पेट में पल रहे बच्चे को न्यूरल ट्यूब दोष से बचाया जा सकता है (2), (5) ।
- आयरन से भरपूर : बच्चा जब गर्भ में पल रहा होता है, तो उसके विकास के लिए आयरन की आवश्यकता होती है। मखाने में आयरन की भरपूर मात्रा पाई जाती है, जो गर्भ में शिशु के विकास में सहायक हो सकती है (2), (5)।
- ब्लड प्रेशर करे कंट्रोल : मखाने के सेवन से प्रेगनेंसी के दौरान अचानक बढ़ने वाले ब्लड प्रेशर के खतरे को कम किया जा सकता है। मखाने में कैल्शियम की मात्रा पाई जाती है (2)। डॉक्टर्स का मानना है कि कैल्शियम की पूर्ति से प्रेगनेंसी के दौरान अचानक बढ़ने वाले ब्लड प्रेशर को कंट्रोल किया जा सकता है (5)।
- गर्भ में शिशु की हड्डियों के लिए : गर्भ में पल रहे शिशु की हड्डियों की मजबूती और दांतों के विकास के लिए विटामिन डी का सेवन आवश्यक है, जो मखाने में पाया जाता है (2), (5)।
- शुगर कंट्रोल करने के लिए : गर्भावस्था के दौरान शुगर कंट्रोल करने के लिए भी मखाने के लाभ देखे जा सकते हैं। एक वैज्ञानिक मान्यता के अनुसार यह कहा गया है कि गर्भावस्था में कम शुगर वाले खाद्य पदार्थ का सेवन करना चाहिए और मखाने में शुगर की मात्रा नहीं पाई जाती है (1), (6)।
- एनीमिया के खतरे से बचाता है : मखाने का सेवन गर्भावस्था के दौरान शरीर में रेड ब्लड सेल्स की कमी नहीं होने देता है, क्योंकि मखाने का सेवन आयरन की पूर्ति करता है। एक वैज्ञानिक रिपोर्ट के आधार पर यह कहा गया है कि आयरन की पूर्ति से गर्भवती मां के शरीर में रेड ब्लड सेल्स के स्तर को संतुलित किया जा सकता है (2), (6)।
- शिशु के अंगों के विकास में सहायक : गर्भावस्था में मखाने के सेवन से गर्भवती महिला के शरीर में विटामिन ए की पूर्ति होती है (2)। एक वैज्ञानिक शोध के अनुसार, गर्भावस्था में विटामिन ए की पर्याप्त मात्रा लेने से शिशु के आंख, कान और रीढ़ की हड्डी के विकास में सहायता मिल सकती है (7)।
- बेहतर स्वास्थ्य के लिए : डॉक्टर्स का मानना है कि बेहतर स्वास्थ्य के लिए मखाने के एंटीऑक्सीडेंट गुण प्रभावी हैं। इसलिए, गर्भावस्था में मां के बेहतर स्वास्थ्य के लिए मखाने का सेवन फायदेमंद हो सकता है (1)।
- मुंहासे और झुर्रियों को कम करने में : मखाने में पोटैशियम की पर्याप्त मात्रा पाई जाती है (2)। वैज्ञानिक अध्ययन के आधार पर यह बताया गया है कि पोटैशियम का अत्यधिक सेवन एंटीएजिंग के रूप में कार्य करता है (1)।
आइए, अब लेख के अगले भाग में जानते हैं कि गर्भावस्था के दौरान मखाने खाने के क्या-क्या दुष्प्रभाव हो सकते हैं।
गर्भावस्था के दौरान मखाने खाने के दुष्प्रभाव
प्रेगनेंसी में मखाने को खाने से निम्न समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है :
- मखाने में पोटैशियम की भरपूर मात्रा पाई जाती है (2)। अगर गर्भावस्था के दौरान पोटैशियम की अधिक मात्रा का सेवन किया जाए, तो इससे एथेरोस्क्लेरोटिक (ऐसी स्थिति जिसमें धमनियां संकुचित हो जाती हैं) और किडनी के खराब होने की समस्या पैदा हो सकती है, (8)।
- इससे शरीर में अत्यधिक मात्रा में कार्बोहाइड्रेट की पूर्ति होगी, जिससे वजन बढ़ सकता है (2), (9)।
- मखाने में फास्फोरस की भी भरपूर मात्रा पाई जाती है और गर्भावस्था में फास्फोरस की अधिकता किडनी व लीवर को खराब कर सकती है (2), (10)।
मखाने के नुकसान को देखते हुए लेख के अगले भाग में आपको मखाने के प्रतिदिन सेवन की मात्रा के बारे में जानकारी दी जा रही है।
एक दिन में कितना मखाना खाना ठीक है?
मखाने का सेवन एक निश्चित मात्रा में ही किया जाना चाहिए। आप एक दिन में 2 से 3 मुट्ठी मखाने का सेवन कर सकते हैं, जो लगभग 25 ग्राम तक हो सकता है।
नोट – मखाने की उपरोक्त दी गई मात्रा के बारे में अभी कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं उपलब्ध हैं। कोशिश करें कि पहले इसे थोड़ी ही मात्रा में खाएं। अगर इसके सेवन से कोई समस्या होती है, तो तुरंत डॉक्टर से सम्पर्क करें। बेहतर यही होगा कि आप डॉक्टर से पूछकर ही इसका सेवन करें।
आइए, अब जानते हैं कि गर्भावस्था के दौरान मखाने को कैसे खाया जा सकता है।
गर्भावस्था के दौरान मखाने को कैसे खाएं?
गर्भावस्था के दौरान मखाने को निम्न तरीकों से खाया जा सकता है :
- आप मखाने को फ्राई करने के बाद उस पर नमक का छिड़काव करके शाम को चाय के साथ खा सकते हैं।
- आप मखाने के आटे से चपाती बनाकर खा सकते हैं (11)।
- बर्फी बनाने वाली सामग्री में भी मखाने को मिलाया जा सकता है।
- गर्भावस्था में मखाने का सेवन दूध में उबालकर भी किया जा सकता है।
लेख के अगले भाग में आपको गर्भावस्था के अनुकूल मखाने से बनी रेसिपी के बारे जानकारी दी जा रही है।
गर्भावस्था के अनुकूल मखाने की रेसिपी
हम यहां कुछ रेसिपी दे रहे हैं, जिन्हें गर्भावस्था के समय खाया जा सकता है :
1. मखाने की खीर
सामग्री :
- ½ लीटर दूध
- चीनी 2 बड़े चम्मच
- 1 चम्मच घी
- 1 कप मखाना
- 7-8 बादाम
- 7-8 काजू
- चिरौंजी 2 चम्मच
- तीन चुटकी इलायची पाउडर
बनाने की विधि :
- सबसे पहले बादाम और काजू को काट कर एक प्लेट में रख लें।
- अब मखाने को ग्राइंडर में डालकर इसे दरदरा पीस लें।
- अब एक पैन में घी डालकर उसे गैस पर गर्म होने के लिए रख दें।
- इसके बाद घी में मखाने डालकर भून लें। हल्का भूरा रंग आ जाने पर मखाने को एक प्लेट में निकालकर रख लें।
- फिर एक पतीले में दूध डालकर गर्म होने के लिए रख दें। साथ ही उसमें मखाने भी डाल दें।
- जब एक बार दूध उबल जाए, तो गैस की आंच धीमी कर दें और दूध को तब तक पकने दें, जब तक कि मखाने पूरी तरह से गल न जाएं।
- अब इसमें ऊपर से बादाम, चिरौंजी, काजू और चीनी को डालें।
- अब खीर को लगभग 10 मिनट तक उबलकर पकने दें और बीच-बीच में कड़छी को घुमाते रहें, ताकि खीर तली में न लग जाए।
- अब गैस को बंद कर दें और फिर खीर में इलायची पाउडर डालकर इसे अच्छी तरह मिला दें।
- अब इसे ठंडा होने दें और फिर परोसें।
2. मखाना करी
सामग्री :
- 1 कप फ्राइड मखाने
- 1 कप हरा मटर
- 1 प्याज कटा हुआ
- 1 कप टमाटर कटा हुआ
- लाल मिर्च पाउडर (स्वादानुसार)
- धनिया पाउडर 1 छोटा चम्मच
- ½ छोटा चम्मच हल्दी पाउडर
- 1 छोटा चम्मच गरम मसाला
- ¼ छोटा चम्मच जीरा
- 2 बड़े चम्मच तेल
- स्वाद के लिए नमक
- सॉस (स्वादानुसार)
- लहसुन की 3 कालियां
- एक छोटी कटोरी कटा हुआ हरा धनिया
पेस्ट के लिए:
- 1 बड़ा प्याज
- लहसुन की 5 कालियां
- 5 लौंग
- 1 छोटा टुकड़ा अदरक
- खसखस 1 छोटा चम्मच
- 5 काजू
- इन सभी को मिक्सर में पीसकर इसका पेस्ट बना लें और एक कटोरी में रख लें।
बनाने की विधि :
- एक पैन में तेल गर्म करें।
- अब इसमें प्याज के टुकड़े डालकर हल्का भूरा होने तक भून लें।
- अब इसमें बारीक कटा हुआ अदरक, लहसुन के टुकड़े और सॉस डालें।
- अब पकने की महक आने तक इन्हें भूनें।
- अब इसमें पेस्ट डालकर अच्छे से मिलाएं।
- मिश्रण के पक जाने पर इसमें ऊपर से फ्राइड मखाने डाल दें।
- लीजिए, आपकी मखाना करी तैयार है।
- आप इसे चपाती के साथ परोसें और सेवन करें।
गर्भावस्था में मखाने का सेवन कितना करना और कैसे करना है आदि जानकारियां तो आपको दी जा चुकी हैं। अगर आपके घर में भी नन्ही किलकारी गूंजने वाली हैं, तो मां और गर्भ में पल रहे शिशु के बेहतर स्वास्थ्य के लिए आप गर्भवती महिला को मखाने का सेवन करा सकते हैं। ध्यान रहे कि सेवन कराने की मात्रा अधिक न हो।