शिशुओं का रोना एक सामान्य स्थिति है, ल
शिशु के जन्म से लेकर छह महीने तक केवल स
प्रसव होते ही नवजात को लेकर कई सावधान
वैसे तो अजवाइन एक सामान्य मसाला है, जो
कहते हैं बच्चे भगवान का रूप होते हैं।
बड़ों के मुकाबले बच्चों की रोग प्रतिर
बच्चों को मीठे खाद्य पदार्थ देने से प
हर किसी ने कभी न कभी हिचकी का अनुभव किय
छोटे बच्चों को सभी तरह के पोषक तत्वों
मां बनने से ज्यादा खूबसूरत एहसास शायद
शिशुओं को छह महीने का होने के बाद उन्ह
शायद ही कोई ऐसा घर होगा जहां खर्राटों