पति-पत्नी के बीच खट्टी-मीठी नोक-झोंक न हो, तो शादी में मजा नहीं आता। साथ ही हर कपल में कभी न कभी गंभीर बहस भी जरूरी हुई होगी। ‘तुम मुझे अब पहले जैसा प्यार नहीं करते’, ‘तुम बदल गए हो’, ‘जो जहां से लिया है वहीं रखो’, पति-पत्नी के बीच प्यार की चार बातें हो न हो, लेकिन ये डायलॉग्स तो जरूर जुबान पर आए होंगे। ऐसे ही कुछ मजेदार बातें हम बता रहे हैं, जिन्हें लेकर कभी न कभी आप भी अपने पति या पत्नी से लड़े होंगे। हम शर्त लगाते हैं कि इस आर्टिकल को पढ़ने के बाद आप न सिर्फ मुस्कुराएंगे, बल्कि खुद को भी इससे रिलेट करेंगे। हो सकता है आप यह बोल भी पड़ें, ‘हां, ये तो नजाने कितनी बार बोला होगा हमने या इस टॉपिक पर तो हमेशा हम लड़ पड़ते हैं।’
- गीला तौलिया – अगर पत्नी को पति की कोई गलती सबसे ज्यादा याद रहती है, तो वो है उसका ‘गीला तौलिया’। बेचारा पति, हर बार गीले तौलिये की वजह से पत्नी की डांट का शिकार हो जाता है। इसलिए, अगर पति चाहते हैं कि घर में शांति का माहौल रहे, तो तौलिये को बेड पर न रखकर उसे उसकी सही जगह पर रखना जल्द सीख लें।
- मां के हाथ का स्वाद – पत्नी : चाय कैसी बनी है?
पति : हां, ठीक है बस थोड़ी और कड़क होनी चाहिए थी, मम्मी बहुत कड़क चाय बनाती है।
सन्नाटा! बस फिर क्या उधर से आवाज आती है, ‘तो उन्हीं से बनवा लो।’ पतियों को समझना होगा मां अपनी जगह और पत्नी अपनी जगह, अगर लड़ाई-झगड़ों को टालना है, तो कुकिंग स्किल्स की तुलना बंद कर दें।
- तुम कब मैच्योर होगे – ‘अब बैचलर या बच्चे नहीं हो तुम।’ कई बार पति को इस तरह के ताने सुनने पड़ते हैं। पति का ध्यान गेम्स में, ज्यादा देर तक सोते में या ऐसी ही बच्चों जैसी हरकतें करते हुए बीते, तो पत्नी एक मौका नहीं छोड़ती लड़ने और डांटने-फटकारने में।
- मम्मी-पापा के बारे में बातें – कई बार पति-पत्नी के बीच नोक-झोंक का कारण जाने-अनजाने में माता-पिता भी होते हैं। ‘मेरे मम्मी-पापा के आने की खबर सुनकर कुछ रिएक्शन नहीं दिया, लगता नहीं तुम खुश हो।’ कई बार पत्नी इस बात को लेकर पति से लड़ने लगती है। महिलाओं की तुलना में पुरुष अपनी भावनाओं को ज्यादा व्यक्त नहीं कर पाते, जिस कारण गलतफहमी भी हो सकती है।
- दरवाजा खोलने को लेकर – कई बार पति दरवाजे की घंटी बजती सुनकर भी अनजान बने रहते हैं और पत्नी को काम बीच में छोड़कर दरवाजा खोलने आना पड़ जाता है। फिर क्या शुरू छोटी-मोटी तकरार।
- खर्राटे – सुनकर थोड़ी हैरानी हो सकती है, लेकिन पति या पत्नी में से कोई भी अगर खर्राटे मारे, तो नींद न आने के वजह से बीच रात में उठकर ही झगड़ा शुरू हो सकता है।
- घर की किसी खास जगह को लेकर – ‘मुझे यहां बैठना था, तुम हटो यहां से’, जी हां, कई कपल्स घर में अपने फेवरेट कॉर्नर को लेकर भी लड़ने लगते हैं। कभी अगर टीवी देखना हो और टीवी के सामने वाले सोफे पर बैठना हो, तो बस नोक-झोंक शुरू।
- दोस्तों के साथ आउटिंग – ‘ओह! तो अब वीकेंड में दोस्तों के साथ आउटिंग करनी है’, पत्नी की इस तरह की टिप्पणी काफी है पति का प्लान कैंसल करने के लिए।
- अनरोमांटिक – पत्नी की नोक-झोंक शुरू करने का एक कॉमन हथियार है पति को अनरोमांटिक बोलना। फिर चाहे कुछ दिन पहले ही डिनर डेट पर ही क्यों न गए हो। ‘तुम पहले जैसे नहीं हो’, ‘कितने अनरोमांटिक हो तुम’, इस तरह के डायलॉग्स सिर्फ पत्नी ही नहीं बल्कि कई बार पति भी बोल देते हैं।
- सरप्राइज – कई बार महिलाएं अपने पति से सरप्राइज की उम्मीद रखती हैं। मजे की बात तो यह है कि वो सरप्राइज के बारे में बताकर पति को सरप्राइज देने को कहती है। अगर ऐसा न हो तो फिर क्या घूम-फिरकर फिर वही बात ‘तुम बदल गए हो।’
- टाइमिंग – कई बार पति-पत्नी में टाइम को लेकर भी नोक-झोंक हो जाती है। जब पति के पास काम से फुर्सत होती है, तो पत्नी के पास वक्त नहीं होता और जब पत्नी फ्री होती है, तो पति बिजी हो जाता है। अब ऐसे में जब वो एकदूसरे के साथ वक्त नहीं बिता पाते, तो झगड़ा होना लाजमी है।
- शॉपिंग में इंट्रेस्ट न लेना – अगर शॉपिंग के दौरान पत्नी कोई ड्रेस पति को दिखाए और उस वक्त पति का ध्यान कहीं और हो, तो फिर क्या? फिर, शॉपिंग बंद और बहस शुरू। कई बार तो महिलाएं गुस्सा होकर शॉपिंग ही बंद कर देती हैं और बिना कुछ लिए ही घर लौट जाती हैं। उसके बाद थर्ड वर्ल्ड वॉर जैसी स्थिति हो सकती है। इसलिए, जब भी आपके पार्टनर शॉपिंग करें, तो कृपया करके इंट्रेस्ट जरूर दिखाएं।
- गलती गिनवाना – कई बार पति किसी न किसी काम में पत्नी की कमियां निकालते हैं। खाने में नमक क्यों ज्यादा डाल दिया, इस सामान को ऐसे रखना था या वहां नहीं रखना था, तुम्हें तो बच्चों को संभालना भी नहीं आता, देखो मेज कितना गंदा है और भी न जाने क्या-क्या। अब समस्या यह है कि पति खामी तो निकाल देते हैं, लेकिन उसे ठीक कैसे करना है यह नहींं बताते। हां, वो बात और है कि अगर पतियों को वही काम करने को कहा जाए, तो चेहरे पर हवाइयां उड़ने लगती हैं। बस, इन्हीं बातों पर अक्सर दोनों में छोटी-सी तकरार शुरू हो जाती है।
क्यों, मजा आया न पढ़कर! ये नोक-झोंक तो किसी भी पति-पत्नी के जीवन का हिस्सा है। थोड़ी बहस न हो, तो मजा ही नहीं आता, हालांकि हमारा मानना है कि ये नोक-झोंक कभी-कभी ही अच्छी है। इनका असर रिश्ते में कभी नहीं पड़ने देना चाहिए। इसलिए नोक-झोंक करें, लेकिन प्यार से।