छठ पूजा : गर्भवती महिलाएं इस तरह से करें व्रत-पूजा

लोक आस्था का महापर्व छठ भक्ति भाव का त्योहार माना जाता है। खासकर बिहार और उत्तर प्रदेश में इसका विशेष महत्व है। इसकी तैयारियां दिवाली के बाद से ही शुरू हो जाती है। चार दिन तक चलने वाला यह पर्व बड़ी ही रीति-रिवाज के साथ मनाया जाता है। यह एक कठिन व्रत होता है, जिसमें व्रतियों को निराहार और निर्जला उपवास करना होता है। ऐसे में अगर कोई गर्भवती महिला इस पर्व को करने का सोच रही है, तो उन्हें अपना खास ख्याल रखने की जरूरत है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए छठ के पावन पर्व से पहले हम गर्भवती महिलाओं के लिए कुछ टिप्स लेकर आए हैं। जानने के लिए पढ़ें यह खास आर्टिकल।

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छठ व्रत से पहले के टिप्स

  1. सबसे पहले डॉक्टरी सलाह: गर्भवती महिलाओं को व्रत रखने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लेनी चाहिए। अगर महिला पूरी तरह से स्वस्थ है और डॉक्टर ने व्रत करने की सलाह दी है, तो ही यह व्रत करें। कभी भी अपने और शिशु के स्वास्थ्य को अनदेखा कर व्रत न करें।
  1. सबकी सलाह लें: छठ एक कठिन व्रत है और इसमें कई सारे नियमों का पालन करना भी जरूरी है। ऐसे में डॉक्टर के साथ हुई बातचीत को छिपाए नहीं। अपने घर में सभी को बताएं कि डॉक्टर ने व्रत को लेकर क्या सलाह दी है। साथ ही बड़े-बुजुर्गों से नियम में बदलाव से जुड़ी राय-परामर्श लें। खासतौर से खाने-पीने से जुड़े नियमों के बारे में पूछें, क्योंकि यह व्रत निराहार रखा जाता है। गर्भवती की स्थिति को देखते हुए इसमें बदलाव किए जा सकते हैं।

छठ व्रत के दौरान खाने से जुड़े टिप्स

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अगर डॉक्टर की सलाह के बाद कोई स्वस्थ गर्भवती इस व्रत को कर रही है, तो वह लगातार खाली पेट रहने से बचें और समय-समय पर कुछ न कुछ खाती रहे। इसी बात को ध्यान में रखते हुए, आइए जानते हैं कि छठ पर्व के दौरान गर्भवती किन चीजों का सेवन कर सकती है:

  1. ड्राई फ्रूट्स: छठ व्रत के दौरान अनाज का सेवन वर्जित होता है, लेकिन गर्भवती महिलाएं ड्राई फ्रूट्स का सेवन कर सकती हैं। इससे उन्हें शरीर के लिए जरूरी प्रोटीन और अन्य मिनरल्स प्राप्त होते रहेंगे। इससे उन्हें कमजोरी नहीं होगी और उनका बच्चा भी स्वस्थ रहेगा।
  1. पानी: वैसे तो महापर्व छठ में पानी पीने की मनाही होती है, लेकिन गर्भवती की स्थिति के अनुसार कुछ नियमों में बदलाव किए जा सकते हैं। ऐसे में गर्भवती को पानी पीने की छूट दी जा सकती है। पानी पीना उनके और गर्भ में पल रहे शिशु के लिए आवश्यक है। ऐसे में गर्भवती को नियमित तौर से पानी पीते रहना चाहिए। इससे उन्हें भूख का एहसास भी कम होगा।
  1. दूध: गर्भावस्था के दौरान दूध का सेवन मां और बच्चे दोनों के लिए लाभकारी माना जाता है। इससे हड्डियां मजबूत होती हैं, साथ ही शिशु का विकास भी तेजी से हो सकता है। इसलिए, व्रत के दौरान गर्भवती महिलाएं दूध का सेवन भी कर सकती हैं।
  1. फल: दूध की तरह ही फलों का सेवन भी शरीर के लिए जरूरी माना जाता है। इससे शरीर को आवश्यक पोषक तत्व प्राप्त हो सकते हैं। इसलिए, व्रत के दौरान गर्भवती महिलाएं ताजे फलों का सेवन कर सकती है। इससे उनके खाने में वैरायटी होने के साथ-साथ कमजोरी या थकान का जोखिम भी कम हो सकता है।
  1. जूस: अगर किसी महिला को फल खाना न पसंद हो, तो वह फलों के जूस का विकल्प भी चुन सकती है। गर्भवती महिलाएं दिन भर में कम से कम दो बार जूस का सेवन कर सकती हैं। इससे उन्हें एनर्जी मिलती रहेगी।

छठ व्रत से जुड़े कुछ अन्य टिप्स

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यहां हैं कुछ अन्य मुख्य टिप्स, जिस पर गौर करना जरूरी है।

  • चार दिन तक चलने वाले इस महापर्व में अधिक काम होते हैं। नहाए-खाए के दिन से लेकर पारण के दिन तक कई विधियों का पालन करना पड़ता है। ऐसे में नियमित तौर पर आराम करते रहें, ताकि थकावट महसूस न हो।
  • कामकाज और उत्साह के चक्कर में भारी सामान न उठा लें। ऐसा करना नुकसानदायक हो सकता है। हमेशा भारी सामान उठाते वक्त अन्य लोगों की मदद लें।
  • भीड़भाड़ भरी जगह में जाने से बचें। सूर्य भगवान को अर्घ्य देने के वक्त सबसे ज्यादा भीड़ उमड़ती है। ऐसे में अगर सावधानी न बरती जाए, तो हादसा भी हो सकता है। इसलिए, भीड़-भाड़ वाली जगहों पर जाने से परहेज करें और कोशिश करें कि घर में ही सारा आयोजन कर इस पर्व को मनाएं।
  • अभी हर कोई कोरोना को लेकर चिंतित है। ऐसे में इस पर्व को मनाते वक्त गर्भवती को भी इस बात का ध्यान रखना आवश्यक है। बेहतर है गर्भवती सरकारी गाइडलाइन्स का पालन करें। घर में ही इस पर्व को मनाने की प्राथमिकता दें। अगर घर में उचित सुविधा उपलब्ध नहीं हो पा रही हो, तो ही घाट का रुख करें। इसके अलावा, घाट पर जाते वक्त मास्क व सेनेटाइजर इस्तेमाल करने के साथ-साथ सोशल डिस्टेंसिंग का पालन जरूर करें।

छठ पर्व अपने आप में ही एक महापर्व के रूप में जाना जाता है। लेकिन, इस पर्व को मनाते वक्त गर्भवती को अपना पूरा ध्यान रखने की भी जरूरत है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए गर्भवती के लिए यहां टिप्स दिए गए हैं। हमारा उद्देश्य किसी की भी आस्था को ठेस पहुंचाना नहीं है। हमारे लेख का बस एक तात्पर्य है कि गर्भवती और शिशु से जुड़ी मुख्य बातों से सभी जागरूक हो। ऐसे में इस आर्टिकल को दूसरों के साथ शेयर कर हमारे इस लक्ष्य को पूरा करने में अपना सहयोग दें। मॉमजंक्शन की तरफ से आप सभी को महापर्व छठ की हार्दिक शुभकामनाएं।

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