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बच्चों का गुस्सा कम करने के 10 उपयोगी टिप्स | Bachon Ke Gusse Ko Kam Karne Ke Tips

बच्चे का खेल-कूद करना हो या छोटी-मोटी शरारतें, इन सबको देखकर पेरेंट्स को बड़ा आनंद आता है। वहीं, अगर बच्चा खेल-कूद की उम्र में गुस्सा करना शुरू कर दे, तो यह व्यवहार माता-पिता के लिए सिरदर्द बन जाता है। ऐसे में मॉमजंक्शन बच्चों के क्रोध को कंट्रोल करने के टिप्स लेकर आया है। साथ ही हम बच्‍चों का गुस्‍सा होने के कारण भी विस्तार से बताएंगे।

चलिए, बच्‍चों का गुस्‍सा करने का कारण जानते हुए लेख की शुरुआत करते हैं।

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बच्चों को गुस्सा क्यों आता है? | Bachon ko gussa kyun aata hai

बच्चों का क्रोध करना यानी गुस्सा होना एक सामान्य भावना है। खासतौर पर स्कूल जाने वाले बच्चों में इसकी समस्या अधिक देखी जाती है। इसकी वजह से बच्चा कई बार हमउम्र बच्चों के साथ आक्रामक व्यवहार भी कर सकता है (1)। बच्चे को गुस्सा आने के पीछे क्या कारण हैं, यह आगे जानिए।

1. तनाव होने पर

अगर बच्चा अधिक तनाव लेता है, तो इससे उसपर नकारात्मक असर पड़ता है। इसके चलते बच्चों को गुस्सा आ सकता है (2)। ऐसे में अगर बच्चे पर पढ़ाई को लेकर या किसी आदत को लेकर दबाव डाला जाए, जिसे वह नापसंद करता है, तो इससे बच्चे को तनाव हो सकता है। इसके बढ़ने पर उसका स्वाभाव गुस्सैल हो जाता है।

2. पेरेंट्स का गुस्सैल व्यवहार

एनसीबीआई (नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफॉर्मेशन) द्वारा पब्लिश एक शोध में यह भी बताया गया है कि आक्रामक पेरेंटिंग का तरीका भी बच्चे को गुस्सैल बना सकता है। इस अध्ययन में पाया गया है कि जो माता-पिता अधिक गुस्सा करते हैं, उनके बच्चे में भी काफी हद तक गुस्सैल प्रवृति होती है (3)। इस आधार पर ऐसा कहा जा सकता है कि अगर बच्चे के सामने उसके पेरेंट्स लड़ाई-झगड़ा करते हैं या उसे बहुत ज्यादा डांटते-फटकारते हैं, तो तो बच्चा गुस्सैल हो सकता है।

3. व्यवहार संबंधी समस्या होने पर

कुछ स्थितियों में बच्चे का गुस्सा करना या अपना आपा खो देना, व्यवहार संबंधी डिसऑर्डर के कारण हो सकता है (4)। सीडीसी (सेंटर्स फॉर डिजीज प्रिवेंशन एंड कंट्रोल) के अनुसार, अगर समय रहते इसका निदान न किया जाए, तो बढ़ती उम्र में बच्चे के लिए यह काफी गंभीर और चिंताजनक हो सकता है (5)।

4. भावनाओं पर नियंत्रिण न होना

बच्चा अपनी बढ़ती उम्र के साथ धीरे-धीरे सभी भावनाओं को नियंत्रित करना सीख जाते हैं। ऐसे में छोटी आयु के बच्चे अपनी भावनाओं को नियंत्रित करना सीख ही रहे होते हैं। इस वजह से अगर कोई बात या हरकत से उसके मन को ठेस पहुंचाती है, तो इसके प्रति वह अपना गुस्सा जाहिर कर सकता है (6)।

5. पीयर प्रेशर

हमउम्र का प्रभाव यानी पीयर प्रेशर भी बच्चों को कई तरह से प्रभावित करता है, जिसमें पढ़ने-लिखने से लेकर, खेल, फैशन, गैजेट्स के इस्तेमाल जैसी कई बातें शामिल हैं (7)। एनसीबीआई के अनुसार, अगर बच्चा पीयर प्रेशर के कारण मन में निराशा महसूस करता है, तो भी उसे गुस्सा आ सकता है (6)। ऐसे में यह कहना गलत नहीं होगा कि हमउम्र का पीयर प्रेशर बच्चे को गुस्सैल बना सकता है।

6. उदास होने पर

घर में लड़ाई-झगड़ा, स्कूल व पढ़ाई-लिखाई में कठिनाई, बीमार होना या किसी मित्र से बिछड़ने पर मन में उदासी की भावना आ जाती है। कई बार यही भावना गुस्से के रूप में भी जाहिर हो सकती है, जो सामान्य है (8)। ऐसे में अगर किसी वजह से बच्चा नाखुश है, तो वह अपना दुख गुस्से के रूप में जाहिर कर सकता है।

7. तंग किये जाने पर (Bullying)

अक्सर बच्चा किस परेशानी या भावना से गुजर रहा है, इसके बारे में वह खुलकर नहीं बता पाता। इसका फायदा कुछ बड़े बच्चे या लोग उठा सकते हैं। स्कूल में या अन्य स्थानों पर बच्चे के साथ बुलिंग की घटनाएं भी सामने आती रहती हैं। ऐसे में अगर बच्चे को सहपाठी या अन्य बच्चे तंग करते हैं, तो वह गुस्सैल स्वाभाव का हो सकता है (9)।

8. असफल होने पर

छोटे बच्चे व स्कूल जाने वाले बच्चे हर दिन कुछ नया सीखते हैं। कुछ वह स्कूल में सीखते हैं, तो कुछ वह अपने दोस्तों, सहपाठियों व आस-पास के वातावरण से भी देखते व सीखते हैं। ऐसे में अगर कोई बच्चा अपने मित्र या सहपाठी से पढ़ने में, खेलने में या किसी अन्य कार्य में कमजोर है, तो इस तरह से वो खुद को असफल समझ सकता है और बात-बात पर गुस्सा कर सकता है।

अगर बच्चा ज्यादा गुस्सा करता है, तो उसमें कई लक्षण आपको दिखेंगे, इन्हें जानने के लिए नीचे स्क्रॉल करें।

बच्चे में क्रोध की समस्या के लक्षण

बच्चे का क्रोधित होना ही, इस समस्या का अहम लक्षण है। इसके अलावा, गुस्से के कारण स्ट्रेस हार्मोन बढ़ जाते हैं, जो चयापचय स्वास्थ्य में परिवर्तन के साथ ही शरीर के अन्य अंगों को भी प्रभावित करते हैं। साथ ही अगर बच्चे में क्रोध की समस्या बढ़ गई है, तो उसमें निम्नलिखित लक्षण भी दिख सकते हैं (10) (11) (12)।

  • सिरदर्द होना
  • पेट दर्द जैसी अन्य पाचन समस्याएं
  • अनिद्रा की शिकायत
  • ज्यादा चिंता करना
  • अवसाद होना
  • उच्च रक्तचाप
  • त्वचा की समस्याएं, जैसे एक्जिमा (खुजलीदार लाल त्वचा) होना
  • दिल का दौरा या स्ट्रोक आना
  • हृदय की बढ़ी हुई गति
  • अचानक से शारीरिक ऊर्जा में तेजी आना
  • बच्चे के मन में आत्महत्या का विचार आना
  • दूसरे लोगों के प्रति उसका हिंसक व्यवहार

अब पढ़ें बच्चों के गुस्से को कंट्रोल करने के 10 कारगर टिप्स।

बच्चे में गुस्से की समस्या को कैसे नियंत्रित करें? | Bachon mein gusse ko control karne ke tips

गुस्सा होना बेहद ही सामान्य बात है, क्योंकि गुस्सा किसी को भी आ सकता है। हां, अगर बच्चे का गुस्सा थोड़ी देर में शांत नहीं होता और छोटी-छोटी बातें पर वह क्रोधित हो जाता है, तो उसे नियंत्रित करने के बारे में सोचना चाहिए। ऐसा गुस्सा आगे चलकर हिंसक हो जाता है। बस तो इस परिस्थिति से बचने के लिए बच्चे का गुस्सा नियंत्रित करने का हुनर सीख सकते हैं। इसके लिए लेख को आगे पढ़ें।

  1. गुस्से का कारण समझें – सबसे पहले तो पेरेंट्स इस बात पर ध्यान दें कि उनका बच्चा किस वजह से गुस्सा करता है (11)। अगर ऐसी कोई बात या हरकत है, जो बच्चे को परेशानी करती है और उसे गु्स्सा दिलाती है, तो उसकी पहचान करें। ऐसे करने से पेरेंट्स आसानी से बच्चे के गुस्से को शांत कर सकते हैं और उसे नियंत्रित भी कर सकते हैं।
  1. बच्चे से बात करें – पेरेंट्स के लिए जरूरी ही कि इस मुद्दे पर वो अपने बच्चे से बात करें। इसके लिए पहले बच्चे का गुस्सा शांत होने का इंतजार करें और जब भी बच्चा अच्छे मूड में हो, तो उससे खुलकर बात करें। उसे समझाएं कि सामने वाले पर गुस्सा होने से पहले उसकी पूरी बात सुननी चाहिए, उसके बाद ही उसपर अपनी प्रतिक्रिया करना सही है। बच्चे को यह भी बताएं कि प्रतिक्रिया आराम से देनी चाहिए (11)।
  1. स्थिति को पहचाकर दूर करें – अगर कोई स्थिति बार-बार बच्चे को गुस्सा दिलाती है, तो उसको दूर करने का उपाय खोजें (11)। उदाहरण के लिए, अगर बच्चा होमवर्क या पढ़ाई में पीछे होने की वजह से गुस्सा महसूस करता है, तो इस बारे में उसके शिक्षक से बात करें। साथ ही बच्चा जिस विषय में कमजोर है उसके लिए उसे ट्यूशन भी दें, ताकि पढ़ाई को लेकर वह अपनी कठिनाई दूर कर सके।
  1. तनाव कम करें – अगर बच्चा किसी वजह से तनाव लेता है, तो उसका वह तनाव दूर करें। बच्चे के सामने घर में लड़ाई-झगड़ा या आक्रमक व्यवहार न करें। इससे बच्चा परेशान होकर तनाव ले सकता है, जो उसके गुस्से की एक वजह हो सकती है (2)।
  1. सामने वाले की भावना के बारे में बताएं – अगर बच्चा गुस्सा होकर कोई गलत शब्द बोलता है या कोई गलत कदम उठाता है, तो बच्चे को तुरंत रोकें। बस यह ध्यान रखें कि जबतक बच्चा गु्स्सा है, उसे डांटे या धमकाएं नहीं। इससे बच्चे का गुस्सा बढ़ सकता है। कुछ देर बाद उसे बताएं कि गुस्से में अपशब्द बोलना या हिंसक होना गलत है। इससे सामने वाले की भावना को ठेस पहुंच व दिल को चोट लग सकती है (2)।

साथ ही बच्चे को यह भी सिखाएं कि गुस्सा आने पर यह सोचना चाहिए कि जैसा व्यवहार वो गुस्से में दूसरों के साथ करेगा, वैसा कोई उसके साथ करे, तो उसे कैसा लगेगा (2)। इन सब बातों को शांति से समझाने की कोशिश करें। ऐसा करने से बच्चे में अपने गुस्से को नियंत्रित करने की क्षमता पैदा होगी।

  1. उल्टी गिनती करना – जब भी बच्चा गुस्सा करे, तो उसे खुद के गुस्से को कंट्रोल करने वाले कुछ टिप्स सिखा सकते हैं। इसमें उल्टी गिनती करना और लंबी व गहरी सांस लेना, सबसे आसान तरीके माने गए हैं। एक रिसर्च पेपर में भी बताया गया है कि गुस्सा आने पर 10 से लेकर 1 तक की रिवर्स काउंटिंग करने या गहरी सांस लेने से गुस्से नियंत्रित हो सकता है (12)।
  1. समझौता कराएं – अगर बच्चा किसी दूसरे बच्चे या व्यक्ति की हरकतों के कारण गुस्सा करता है, तो जितनी जल्दी हो सके, उतनी जल्दी दोनों के बीच का मनमुटाव खत्म कराएं। अगर सामने वाले की किसी गलती की वजह से बच्चे को ठेस पहुंची है, तो उस व्यक्ति को भी इस बारे में बताएं। दोनों के बीच यह समझौता कराएं कि भविष्य में ऐसी कोई गलती नहीं होगी। ऐसा करने से बच्चे को क्रोध आने की वजह ही दूर हो जाएगी।
  1. बच्चे के अच्छे व्यवहार की प्रशंसा करें – अगर बच्चा कोई प्रयास करता है या कोई अच्छा व्यवहार करता है, तो बच्चे की तारीफ जरूर करें। अध्ययन बताते हैं कि बच्चे के अच्छे कामों पर पेरेंट्स उसकी प्रशंसा कर दें, तो बच्चे के मन व व्यवाहर से गुस्से जैसी कई नकारात्मक भावनाएं कम हो सकती हैं (14)। ध्यान रखें कि जरूरत से ज्यादा बच्चे की तारीफ नहीं करनी है, इससे बच्चा घमड़ी हो सकता है।
  1. गुस्सा का कारण व्यक्त करना सिखाएं – गुस्सा किसी को भी आ सकता है, इसलिए बच्चे से क्रोध के बारे में भी बात करें। उसे बताएं कि गुस्सा होना या क्रोध आना भावनात्मक व्यवहार का ही एक हिस्सा है। अगर उसे किसी भी बात पर गुस्सा आता है, तो उसे इस बारे में पेरेंट्स या परिवार के अन्य सदस्यों को बताना चाहिए।

साथ ही वह जब भी अपनी कोई समस्या या बात बताए, तो उसकी बातों पर ध्यान दें। उसकी भावनाओं का सम्मान भी करें (10)। ऐसा करने से बच्चा उचित तरीके से अपने क्रोध व गुस्से की भावना को जाहिर करना सीख सकता है।

  1. थेरेपी – अगर बच्चे का बार-बार या अधिक क्रोध करना व्यवहार संबंधी समस्या होने के कारण से है, तो इसके लिए पेरेंट्स को बाल रोग विशेषज्ञ या थेरेपिस्ट की मदद लेनी चाहिए। इस तरह की थेरेपी में विशेषज्ञ बच्चे में गुस्से के कारण और लक्षण को समझकर बच्चे की समस्या का उपचार भी करते हैं (5)।

इस लेख से आप अपने बच्चे के गुस्सा होने के कारण समझ ही गए होंगे। अगर बच्चे का क्रोध करना आपके लिए परेशानी बन रहा है, तो यहां बताए गए बच्चों के लिए क्रोध को कंट्रोल करने के टिप्स भी आप आजमा सकते हैं। बस इस बात का ध्यान रखें कि बच्चे का क्रोध अधिक न हो जाए और न ही बढ़ती उम्र में उसकी यह आदत बनी रहे। अगर आपको ऐसी कोई भी आशंका लगे, तो बिना देरी किए बाल मनोवैज्ञानिक या अन्य विशेषज्ञ की मदद लें।

References

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  1. Assessing anger regulation in middle childhood: development and validation of a behavioral observation measure.
    https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC4408751/
  2. Stress in childhood.
    https://medlineplus.gov/ency/article/002059.htm
  3. Angry and aggressive behavior across three generations: a prospective, longitudinal study of parents and children.
    https://pubmed.ncbi.nlm.nih.gov/12735397/
  4. Behavioural disorders in children.
    https://www.betterhealth.vic.gov.au/health/healthyliving/behavioural-disorders-in-children
  5. Behavior or Conduct Problems in Children.
    https://www.cdc.gov/childrensmentalhealth/behavior.html
  6. Emotional reactions of peers influence decisions about fairness in adolescence.
    https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC3824368/
  7. Dealing with Peer Pressure.
    https://www.researchgate.net/publication/332318821_Dealing_with_Peer_Pressure
  8. It’s okay to feel sad.
    https://www.betterhealth.vic.gov.au/health/healthyliving/its-okay-to-feel-sad
  9. Consequences of Bullying Behavior.
    https://www.ncbi.nlm.nih.gov/books/NBK390414/
  10. Anger – how it affects people.
    https://www.betterhealth.vic.gov.au/health/healthyliving/anger-how-it-affects-people
  11. Learn to manage your anger.
    https://medlineplus.gov/ency/patientinstructions/000858.htm
  12. Anger in Adolescent Communities: How Angry Are They?
    https://pubmed.ncbi.nlm.nih.gov/26201172/
  13. Anger Management 3: Structured Programs and Interventions. ERIC Digest.
    https://files.eric.ed.gov/fulltext/ED482768.pdf
  14. Behavioral Interventions for Anger, Irritability, and Aggression in Children and Adolescents.
    https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC4808268/
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